शहापुर अपने नाम के अनुरूप ही सुंदर है । शहापुर,महाराष्ट्र के ठाणे, जिला का सबसे बड़ा तहसील हैं । मुंबई से महज ९० कि.मी. की दूरी पर होते हुए भी शहापुर की पर्वतीय प्राकृतिक नज़ारे सैलानियों को मंत्रमुग्ध करदेते हैं । शहापुर का निकटतम रेलवे स्टेशन आसनगाँव ही है । आसनगाँव रेलवे स्टेशन से मुंबई सी.एस.टी. और कसरा रेलवे स्टेशन के लिए सीधी लोकल ट्रेन सेवा है । शहापुर नेशनल हाइवे ( मुंबई- नाशिक) आगरा रोड से जुड़ा हुआ है । शहापुर का निकतम हवाई अड्डा मुंबई है ।
शहापुर के अंचल में रहने वाले आदिवासीयों की अपनी विरासत और संसकृति है । यहाँ आनेवाले आजा पर्वत,टाकी पठार के आश्रम और चारों ओर के प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत हुए बिना नहीं रह पाते । शहापुर के महुली किले का अपना ऐतिहासिक महत्त्व है । शहापुर का प्राचीन शिवमंदिर,पुनधे मंदिर अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व केलिए जाने जाते हैं ।यहाँ का गुरुद्वारा और मानस मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से अपना विशेष स्थान रखते हैं । शहापुर में तथा इस के आसपास कई दर्शनीय स्थल हैं । मुंबई व अन्य उपनगरों को पेय जल की आपूर्ति करने वाले तानसा, भातसा, वैतरना और चोंढा जैसे विशाल बांध शहापुर,तहसील की ही देन है । शहापुर अंचल का प्राकृतिक सौंदर्य अद्वितीय है ।
सोनुभाऊ बसवंत एवं शहापुर के शिक्षण महर्षियों द्वारा १३जुलाई,१९८२ में स्थापित ‘ज्ञानवर्धिनी संस्था’ रूपी ज्ञान मंदिर की स्थापना की गई । मुम्बई विश्वविद्यालय से संलग्न ‘सोनुभाऊ बसवंत कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय’ की स्थापना ८अगस्त, १९८४ में की गई । अपने उद्देश्यों की पूर्ति,गुणात्मक शिक्षा की ओर उन्मुख तथा विद्यार्थियों में सामाजिक उत्तरदायित्व पैदा करने के कारण राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा महाविद्यालय को पुनः ‘बी’ दर्जा प्रदान किया गया । शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान व ग्रामीण, आदिवासी विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु महाविद्यालय को वर्ष २००७ –२००८ में मुंबई विश्विद्यालय द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ महाविद्यालय’सम्मान (Best College Award) प्रदान किया गया हैं ।स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर की पारंपरिक शिक्षा के साथ ही बी.एस.सी. आई.टी, बैंकिंग एण्ड एन्सुरेंस, अकाउंट एण्ड फाइनांस जैसे पाठ्यक्रम प्रारंभ कर मुंबई सहित आस-पास के महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थानों में अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है।शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्टता (International Council of Accreditation Bodies) द्वारा ISO 9001: 2008 प्रदान किया गया है।विगत ३ दशकों से अपनी उच्च स्तरीय शैक्षणिक, मूल्य आधारित शिक्षण तथा शिक्षणेत्तर गतिविधियों हेतु सोनुभाऊ बसवंत कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय विख्यात हैं ।
हिन्दी विभाग की नीवं कला शाखा के समय से ही रखी गई है । यह विभाग उन्नतिशील रहा हैं। ग्रामीण व आदिवासी विद्यार्थियों में अध्ययनशीलता का संस्कार प्रदान करना हिन्दी विभाग का मुख्य उद्देश्य हैं ।विश्विद्यालयीन परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों ने अपना नाम रोशन किया है विभाग हिन्दी-शोध अध्यन का केंद्र है । विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु अनेक रचनात्मक प्रतियोगिताओं, अतिथि व्याख्यान, राज्य तथा रास्ट्रीय स्तर पर परिसंवादों,गोष्ठीयों और बी.ए. तथा एम.ए. हिन्दी के नवीन पाठ्यक्रम पर कार्यशालाओं का आयोजन करना हिन्दी विभाग की अपनी विशेषता है। अंतर्महाविद्यालयीन वक्तृतत्व स्पर्धा देढ़ दशकों से निरंतर जारी हैं । “२१विं शताब्दी कीचुनौतियां और जनसंचार माध्यम ” व “आधुनिक हिन्दी कथा साहित्य में आंचलिक बोध” पर राष्ट्रीय संगोष्ठीयां आयोजित हो चुकी है । शोधार्थियों और छात्र- छात्राओं के सर्वांगींण विकास हेतु हिन्दी विभाग द्वारा “ रोजगाराभिमुख अनुवाद विज्ञान ”, “काव्य समीक्षा” ,“हिन्दी और पत्रकारिता ” और 'अनुसंधान : सिद्धांत और प्रविधि' विषय पर दो दिवसीय 16-18 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय कार्यशाला का भी आयोजन हो चुका है । २७ सिसम्बर २०१७ को आयोजित ‘प्रवासी साहित्य’ विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी भी इसी श्रृंखला की एक कड़ी है। हमारे संस्था के अध्यक्ष,सभी पदाधिकारियों के स्नेह प्राचार्य, प्राध्यापक साथियों की प्रेरणा तथा प्रशासकिय कर्मचारियों का सानिध्य और सहयोग ही ऐसी गतिविधियों हेतु सदैव प्रेरित और उत्साहित करता रहता है।
Naginbhai Wasa Marg, Near Govt. Godown,
Savroli Road, Shahapur. Dist-Thane.(MH) 421601
Timing : 8.00 A.M. TO 1.00 P.M.
Phone : 02527-272102